सांप का काटना दुर्भाग्यपूर्ण है लेकिन यह ऐसी घटना है जो उष्णकटिबंधीय उपमहाद्वीप में निरंतर होती रहती है। कृषि भूमि, जंगली इलाकों और अधिक पेड़ पौधें वाले क्षेत्रों में तो सांप के काटने की घटनाएं और अधिक पाई जाती हैं।

यह ध्यान देना आवश्यक है कि जिस जगह पर सांप के काटने की घटना हुई वह कैसा है और सांप के काटने से जो निशान बना है वह किस प्रकार का है। अगर सांप के द्वारा काटे  गए पीड़ित व्यक्ति ने सांप को देखा है तो इस पर भी ध्यान दिया जाना चाहिये।

सामान्य नियम के मुताबिक जहरीले सांप काटने के दो अलग निशान छोड़ते हैं जबकि जो सांप विषैले नहीं हैं वे ऐसे निशान नहीं छोड़ते या छोड़ भी सकते हैं।

कुछ सामान्य नियम

भले ही सांप का काटना किसी भी स्थिति का हो इससे पीड़ित व्यक्ति को शांत रखा जाना चाहिये और इस बात पर विशेष ध्यान दिया जाना चाहिये कि किसी भी परिस्थिति में उसमें घबराहट पैदा न हो।

   1 यदि इस बात का संदेह हो कि सांप का काटना गंभीर हो सकता है तो पीड़ित की हालत स्थिर रखने के लिए उसे किसी वाहन से तुरंत अस्पताल पहुंचाने की सलाह दी जाती है।

2 पीड़ित की हालत स्थिर बनाए रखने के लिए किए जाने वाले निर्धारित उपायों के पूरा होते ही उसे सांप के इलाके से तुरंत हटा लेना चाहिये।

3 यदि किसी भी प्रकार के कपड़ों या जेवरात आदि की वजह से प्रभावित अंग पर कोई दबाव पड़ रहा हो तो उन्हें तुरंत हटा दिया जाना चाहिये।

4 सांप द्वारा काटे गए स्थान पर काटने-छीलने की प्रक्रिया ना करेंऔर ना ही चूसने जैसी कोई क्रिया करें।यह सिर्फ फिल्मों में काम करता है,    वास्तविक जीवन में नहीं।

5 जैसे ही पीड़ित की हालत स्थिर बनाए रखने की प्रक्रिया पूरी होती है उसे जितनी जल्दी संभव हो ऐसे अस्पताल में ले जाना सबसे पहली प्राथमिकता     होनी चाहिये जहां सर्पविषरोधी चिकित्सा और आईसीयू की सुविधा उपलब्ध हो।

6 पीड़ित की हालत स्थिर रखने के लिए जो प्रक्रियाएं अपनाई जाती हैं उनमें शामिल हैं-

7 पीड़ित को आश्वस्त करें और उसे शांत रहने के लिए प्रोत्साहित करें।

8 जिस स्थान पर सांप ने काटा है उसे हार्ट लेवल के नीचे रखने का प्रयास करें।

9 सभी तरह की गतिविधि रोक दें और बहुत कम चलें।

10 यदि पट्टी या कोई कपड़ा बांधा जाता है तो उसे पर्याप्त रूप से दबा कर बांधें ताकि शिराओं में रक्त प्रवाह को रोकने में मदद मिले लेकिन इससे धमनियों की कार्यप्रणाली में कोई बाधा पैदा ना हो। अगर प्रभावित अंग में रक्त की कमी है तो यह खराब संकेत है।

11 चारों ओर की असुरक्षित परिस्थितियों से पीड़ित को बाहर निकालने के लिए उसके सांप के काटे प्रभावित अंग को पूरी तरह से गतिहीन कर देना चाहिये यानि यह सुनिश्चित करना चाहिये कि जिस हिस्से में सांप ने काटा है वह हिस्सा बिलकुल भी हिले-डुले नहीं।

12 घटनास्थल पर ही किसी भी प्रकार का सर्पविषरोधी प्रयास ना करें।

13  जितनी जल्दी हो पीड़ित को अस्पताल पहुंचाने की सलाह दी जाती है।

हालांकि सांप का काटना एक अप्रत्याशित घटना है लेकिन कुछ सावधानियों का पालन करते हुए इसे रोका जा सकता है या सांप के काटने की आशंका को एक हद तक कम किया जा सकता है , सावधानियां इस प्रकार से हैं-

  1 अच्छी तरह से पैरों को ढंकने वाले जूते या हाई बूट आदि पहनें।

2 घने जंगलों के भीतर जाने से बचें।

3 यदि आप किसी कृषि भूमि पर हैं तो सावधानी से देखकर चलें।

4 अपने आस-पास के वातावरण से सतर्क रहें।

5 जब घर के बाहर जाएं तो हमेशा बच्चों को अपनी निगरानी में रखें।

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